AIIMS पर विवाद,DMCH को सौगात : नीतीश-तेजस्वी दरभंगा में 3 हजार करोड़ की परियोजनाओं का करेंगे शिलान्यास और उद्घाटन

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Controversy over AIIMS, Nitish-Tejashwi gift of Rs 3,000 crore to DMCH Controversy over AIIMS, Nitish-Tejashwi gift of Rs 3,000 crore to DMCH

Darbhanga:-दरभंगा में बनने वाले एम्स के स्थान को लेकर राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के बीच चल रहे विवाद के बीच बिहार की नीतीश सरकार दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (DMCH)को बड़ी सौगात देने जा रही है.इस अस्पताल की व्यवस्था एवं सुविधायें बढा़ने के लिए करीब 3 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया जा रहा है.इसके लिए आज दरभंगा मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में समारोह आयोजित किया गया है जिसमें सीएम नीतीश कुमार के साथ ही डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव एवं अन्य़ मंत्री,सांसद और विधायक शामिल होंगे.


मिली जानकारी के अनुसार सीएम नीतीश कुमार 2742.04 करोड़ की लागत से दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के पुनर्विकसित करने की योजना के तहत 250 नामांकन के लिए शैक्षणिक भवन एवं 211 बेड के अस्पताल तथा मोहनपुर स्थित राजकीय महारानी रामेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान का शिलान्यास करेगें.इसके साथ ही 194.08 करोड़ की लागत से 400 बेड के सर्जिकल ब्लॉक सहित विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे.इस उद्घाटन सह शिलान्यास समारोह की अध्यक्षता डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव करेंगे,जबकि जल संसाधन मंत्री संजय झा,लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव,समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी मौजूद रहेंगे.


मंत्री के साथ ही दरभंगा के सांसद गोपालजी ठाकुर,विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी, विधायक अमन भूषण हजारी,स्वर्णा सिंह,विनय कुमार चौधरी,मिश्री लाल यादव,संजय सरावगी,रामचन्द्र प्रसाद,मुरारी मोहन झा,जीवेश कुमार तथा विधान पार्षद सुनील चौधरी,सर्वेश कुमार,मदन मोहन झा एवं संजय पासवान को समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है.

दरअसल 132 करोड़ रुपए की लागत आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस इस सर्जिकल बिल्डिंग में सर्जरी, ऑर्थो विभाग के साथ ही ग्राउंड फ्लोर पर आपातकालीन, प्रथम तल पर ओपीडी, तीसरे फ्लोर पर वार्ड व चौथे मंजिल पर ऑपरेशन थियेटर बनाया जा रहा है। नये सर्जिकल भवन के ग्राउंड फ्लोर पर वर्न, इमरजेंसी, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे जांच की सुविधा होगी। साथ ही प्रथम फ्लोर पर 96 बेड का ऑर्थोपेडिक वार्ड व ओपीडी चलेगा, जबकि दूसरे फ्लोर पर 96 बेड का जेनरल सर्जरी वार्ड बनाया गया है। दूसरे फ्लोर पर 64 बेड का अतिरिक्त ऑर्थों वार्ड बनाया जा रहा है। वही चौथे फ्लोर पर 10 अतिरिक्त मेजर ऑपरेशन कक्ष बनाये जा रहे हैं। वहीं पांचवें फ्लोर पर सभी तरह का पैथोलॉजिकल लैब रहेंगे।

बताते चले सर्जरी बिल्डिंग के निर्माण को लेकर टेंडर की प्रक्रिया 2017 में पूरी की गयी थी।दो साल बाद दिसंबर 2019 में जमीनी स्तर पर काम शुरू किया गया था। जिसे 30 माह बाद यानि की जून 2022 में पूरा कर लेना था, लेकिन कोरोना के कारण देरी को देखते हुए इसके निर्माण की अवधि को 10 माह के लिए और एक्सटेंशन कर दिया गया था। इस भवन का निर्माण का काम बीएमएसआइसीएल के माध्यम से हो रहा है। इस भवन में इलाज शुरू हो जाने से उत्तर बिहार और पड़ोसी देश नेपाल के मरीज को काफी लाभ मिलेगा।


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