'पूर्णिया छोड़ना मतलब सुसाइड करना' : पप्पू यादव ने भरी हुंकार, कहा : कांग्रेस को न दिखाएं आंख, नहीं करता मैं झुककर राजनीति
PURNIA :पूर्णिया लोकसभा सीट को लेकर महागठबंधन में पेंच फंसा हुआ है। आरजेडी की बीमा भारती को सिंबल मिलने के बाद अब पप्पू यादव ने भी मोर्चा खोल दिया है और दो टूक अंदाज में कहा है कि वे किसी भी कीमत पर पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे। पूर्णिया छोड़ना मतलब आत्महत्या करने या ज़हर खाने के बराबर होगा।
'पूर्णिया छोड़ना मतलब सुसाइड करना'
कशिश न्यूज़ से खास बात में कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने दो टूक अंदाज में कहा कि वे किसी भी कीमत पर पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने विरोधियों को चेताते हुए कहा कि कोई भी कांग्रेस नेतृत्व को आंखें न दिखाए। मैं झुककर राजनीति नहीं करता। अगर मैं झुक गया तो पूर्णिया का सम्मान झुक जाएगा। नेतृत्व के झुकने का मतलब है हर परिवार का झुकना।
इसके साथ ही पप्पू यादव ने कहा कि उन्हें आलाकमान से उम्मीद है कि वे कांग्रेस के हित और देशहित में निर्णय लेगा। पार्टी से पहले देश है। पार्टी और देश दोनों को देखकर नेतृत्व को काम करना पड़ता है। जो भी कांग्रेस पार्टी भूमिका तय करेगी, उसके साथ खड़ा हूं।
लालू प्रसाद से मुलाकात का किया जिक्र
पप्पू यादव ने कहा कि मेरे चुनाव की तैयारी मेरा परिवार यानी सीमांचल के लोग करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्होंने हाल ही में लालू प्रसाद से मुलाकात की थी। मैं बेटे के तौर पर हमेशा उनके साथ खड़ा रहा हूं। लालू प्रसाद ने कहा कि आप पार्टी का आरजेडी में विलय कर लीजिए, उस वक्त तेजस्वी जी भी साथ बैठे थे, तब मैंने कहा कि आप मुख्यमंत्री बनिए, मैं हमेशा भाई की तरह आपके साथ खड़ा रहूंगा। हमलोग मिलकर बिहार को बचाएंगे। उसके बाद मैंने कहा कि मैं पूर्णिया से ही लड़ूंगा, पूर्णिया को नहीं छोड़ सकता।
इसके साथ ही पप्पू यादव ने कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी ने कभी पूर्णिया से चुनाव नहीं लड़ा। बीते 15 सालों से कटिहार में हार रहे हैं। कांग्रेस की सबसे बड़ी ताकत कुछ है तो वो सीमांचल और मिथिलांचल है। कांग्रेस पार्टी ने मुझमें विश्वास जताया है, जिसपर मैं खरा उतरने की भरपूर कोशिश करुंगा।