Special Story : कौन हैं भीम सिंह भवेश जो मुसहरों के बने मसीहा, PM नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में किया जिक्र
ARA :देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 'मन की बात' में मुसहर जाति का जिक्र किया. दरअसल, बिहार में इस जाति को हमेशा से हाशिये पर देखा जाता है, कारण है इस जाति का पिछड़ापन और दुर्दशा. यही कारण है कि मुसहर समुदाय को अभी तक बिहार में वो पहचान नहीं मिल पाई है, जिसकी वो हकदार है.
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' में मुसहर समाज के लोगों का जिक्र किया. इस दौरान पीएम मोदी ने भोजपुर जिले के आरा के रहने वाले पत्रकार सह समाजसेवी भीम सिंह भवेश का भी जिक्र किया.
भीम सिंह भवेश भोजपुर जिला के एक नामी पत्रकार और लेखक हैं, जिन्होंने करीब दो दशक से अधिक से मुसहर समाज के लिए काम किया है. भीम सिंह भवेश से जब कशिश न्यूज की टीम ने संपर्क साधा तो उन्होंने बताया कि मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मेरे बारे में 'मन की बात' में चर्चा हुई है और पीएम नरेंद्र मोदी ने मेरा जिक्र किया है.
भीम सिंह भवेश ने बताया कि वह पिछले 21 सालों से मुसहर समाज के लोगों के लिए काम कर रहे हैं लेकिन आज जो उपलब्धि मिली है, वो अविस्मरणीय है. भीम सिंह भवेश जो पेशे से पत्रकार हैं और आरा के रहने वाले हैं, ने बताया कि अख़बार के लिए रिपोर्टिंग के लिए 2003 में जब आरा में जवाहर टोला स्थित एक मुसहर टोली में गया तो वहां की स्थिति और दुर्दशा देखकर बड़ा दुख हुआ और इसके बाद से ही मैंने मुसहर समाज की सेवा और उत्थान के लिए काम करने का प्रण लिया.
इस दौरान वो साल 2003 में जिले के 9 अलग-अलग टोला में गए और धीरे-धीरे उनका ये कारवां बढ़ता रहा. इस दौरान उन्होंने नई आशा के बैनर तले मुसहरों के उत्थान के लिए काम किया और अब मिसाल बन चुके हैं.
भीम सिंह भवेश ने बताया कि उन्हें सुकून है कि आज वो दर्जनों युवा जो मुसहर समाज के हैं, को सरकारी और गैर सरकारी सेवा में उनको उनकी मेधा की बदौलत रोजगार दिलवा चुके हैं. भीम सिंह भवेश ने कशिश न्यूज के साथ बातचीत में बताया कि उनके द्वारा गोद लिए गये मुसहर टोला से आज हर साल युवा मैट्रिक-इंटर की परीक्षा पास कर चुके हैं, जो कभी लिखना तक नहीं जानते थे.
भीम सिंह भवेश ने बताया कि एक आदमी ऐसा भी है, जिसने केवल मैट्रिक ही नहीं बल्कि एमए की डिग्री हासिल की है. उन्होंने बताया कि पीएम मेरे किए गए कार्यों का जिक्र करेंगे, ऐसा सपने में नहीं सोचा था. कभी-कभी लगता था कि जो काम कर रहा हूं, वह सही मुकाम तक पहुंच पा रहा है या नहीं लेकिन आज जब अचानक से पीएम मोदी की 'मन की बात' को सुना तो मुझे लगा कि मेरा सपना सच हो गया. आज मेरा काम करने का मनोबल कई गुणा और बढ़ गया है. उन्होंने बताया कि मेरे एक अनुज जो कि खुद भी पत्रकार है, ने मुझे इसकी सूचना दी और अब मेरा काम करने का मनोबल और अधिक हो गया है.
आपको बता दें कि भीम सिंह भवेश ने भोजपुर जिले के अलग-अलग मुसहर टोलों में 109 स्वास्थ्य कैंप लगवाएं हैं, वहीं 17 हजार से अधिक लोगों का इलाज कराया है. उन्होंने 39 अनाथ बच्चों को परवरिश योजना का लाभ दिलाया है, साथ ही 3200 से अधिक लोगों को पेंशन दिलवाया है. 5 गांवों में उनकी संस्था भी अभी भी मुसहरों के विकास के लिए काम कर रही है.
भीम सिंह भवेश ने कई पुस्तकें भी लिखी हैं, जिनमें से एक "हाशिये पर हसरत" मुसहरों पर ही लिखी किताब है. भीम सिंह भवेश को कई संस्थानों की तरफ से पुरस्कार और सम्मान मिल चुका है.
(आरा से विवेक कुमार की रिपोर्ट)