तेजप्रताप को आरजेडी ने किया दरकिनार : मंत्री मंगल पाण्डेय का बड़ा बयान, कहा : जगदानंद सिंह के इशारे पर हाशिये पर गये पूर्व मंत्री
PATNA :सूबे के स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने लालू परिवार के अंदर चल रही राजनीतिक दांव- पेंच पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि परिवार हित को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाले लालू जी की पार्टी घर की राजनीति में ही सिमटती जा रही है।
मंगल पाण्डेय ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। वह चुनावी जंग में नरेंद्र मोदी जी को चुनौती दे रहे हैं। मगर दूसरी तरफ उनके परिवार में ही राजनीतिक महत्वाकांक्षा की जंग चल रही है, जहां तेजप्रताप को लोकसभा का टिकट नसीब नहीं हुआ। उसके बाद अभी तो आलम ये है कि तेजप्रताप जी को चुनाव प्रचार से भी दूर कर दिया गया। ये पटकथा राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के इशारे पर रचा गया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी जगदा बाबू का पूर्ण सहयोग किया।
मंगल पाण्डेय ने कहा कि वंशवाद की राजनीति के धुरंधर लालू प्रसाद ने अपने दोनों बेटों तेज प्रताप और तेजस्वी को राजनीति में उतारा। मगर छोटे बेटे तेजस्वी को राजनीतिक विरासत सौंप अपने बड़े लाल को दरकिनार कर दिया। ऐसा क्यों हुआ। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद जी लगातार ये समझाने में सफल रहे कि तेजप्रताप राजनीति के लायक नहीं। यही वजह बनी कि तेजप्रताप जी की उनसे टकराहट हुई। अब तो जगदा बाबू ने उन्हें पार्टी में दरकिनार कर दिया।
वहीं, जगदा बाबू ने अपना वर्चस्व दर्शाते हुए लोकसभा चुनाव में भी तेजप्रताप जी से अपना बदला चुनाव प्रचार से दूर रखकर ले लिया। उन्हें चुनाव प्रचार से मगर लालू जी और तेजस्वी, तेजप्रताप का साथ छोड़ जगदा बाबू के साथ हैं। मंगल पाण्डेय ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में तेजस्वी जी अपना भी फायदा देख रहे हैं। उन्हें लगता है कि तेजप्रताप सक्रिय राजनीति में मुझसे आगे न निकल जाए। ऐसी सोच रखने वाली परिवारवादी पार्टी के ये नेता जनता हित का क्या ख्याल रखेंगे।
पूर्व मंत्री तेज प्रताप अपने सगे भाई तेजस्वी जी के समानांतर राजनीतिक ताकत या फिर पार्टी में अपनी वजूद की लड़ाई लड़ते रहे। मगर उन्हें पार्टी न तो अपने एजेंडे में शामिल करती है और न ही चुनाव प्रचार के लिए प्राथमिकता में रखती है। तेजप्रताप जी को पूर्णतः जगदा बाबू के इशारे पर नजरअंदाज कर दिया गया। यही राजद जैसी पार्टी का चाल और चरित्र है।