'नहीं बदला आरजेडी-कांग्रेस का नेचर-सिग्नेचर' : डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा का करारा वार, कहा : जनता के दुःख-दर्द से हैं कोसों दूर

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Deputy CM Vijay Kumar Sinha's strong attack on RJD-CONGRESS Deputy CM Vijay Kumar Sinha's strong attack on RJD-CONGRESS

PATNA : बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि राजद और कांग्रेस के नेचर और सिग्नेचर नहीं बदले हैं। दो चरण की चुनाव में बिहार की जनता ने उनका सूपड़ा साफ कर दिया है।

विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समृद्ध और विकसित बिहार के लिए संकल्पित है। बिहार में सभी सीट जीतने की उनकी उक्ति हकीकत है। उन्होंने कहा कि 10 वर्षों से मोदी जी के नेतृत्व में देश और राज्य का अभूतपूर्व विकास हुआ है। एनडीए बिहार की जनता की सेवा में 24*7 लगे रहते हैं।

18 वर्षों में राज्य को जंगलराज और गुंडाराज से मुक्ति दिलाकर एनडीए की बिहार में डबल इंजन की सरकार ने विकास की बड़ी रेखा खींच दी है। दूसरी तरफ राजद और इंडी गठबंधन को जनता के दुःख-दर्द से कोई लेना देना नहीं है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव 5 वर्ष में नामांकन दाखिल करने ही अपने निर्वाचन क्षेत्र राघोपुर जाते हैं। जाति के नाम पर वोट मांगने के सिवा उनकी कोई उपलब्धि नहीं है। बस बयानबाजी और हवावाजी कर ये वोट लेना चाहते हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अपराध और भ्रष्टाचार पर राजद और कांग्रेस मौन क्यों हैं? हत्या, बलात्कार, लूट, डकैती, अपहरण जैसे जघन्य अपराध इनके शासनकाल की उपलब्धि रही है। भ्रष्टाचार के मामलों में पूरा परिवार न्यायालय का चक्कर काट रहा है। फिर भी इनका स्वभाव नहीं बदला है।

डिप्टी सीएम ने कहा कि तेजस्वी यादव और महागठबंधन के लोगों के लिए चुनाव प्रचार पिकनिक मनाने के जैसा है। राज्य और देश के लोगों ने देखा है कि किस प्रकार आकाश में कभी मछली तो कभी संतरा खाते हुए अपना फोटो पोस्ट करते हैं। बर्थ-डे भी आकाश में ही मनाते हैं। उनकी समझ में यह नहीं आता है कि वे किस आधार पर वोट मांगे। उपलब्धि, सेवा और जनता के प्रति समर्पण के नाम पर उनका स्कोर शून्य है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में दो चरणों के चुनाव में ही इनका सूपड़ा साफ़ हो गया है। अभी तक 9 सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुके हैं। इन्हें एक भी सीट नहीं मिल रहा है। बाकी के चरणों में भी इनकी हालत 2019 वाली ही होगी। विडंबना है कि पराजय से ये कोई सबक नहीं लेते हैं। विलासिता की जिंदगी जीना इनकी मज़बूरी हो चुकी है।


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